Headlines
Loading...
आख़िरत के बारे में



कयामत का मंजर

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया:“अगर (आखिरत के हौलनाक अहवाल के मुतअल्लिक) तुम्हें वह सब मालूम हो जाए जो मुझे मालूम है, तो तुम्हारा हँसना बहुत कम हो जाए और रोना बहुत बढ़ जाए।”
[ बुखारी : 6486 ]

0 Comments: